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कोविड-19 वैक्सीन: क्या यह आपकी दृष्टि को प्रभावित करेगी?

कोरोनावायरस कोविद -19 टीका

किस प्रकार से यह दृष्टि को प्रभावित कर सकती है, इसके समेत दुष्प्रभावों का भय प्रमुख कारण है जिससे कुछ अमेरिकी कोविड-19 कारक वायरस के प्रति वैक्सीन लगवाने में संकोच कर रहे हैं। फिर भी, अभी तक इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है कि वैक्सीन से उत्पन्न कोई व्यापक दुष्प्रभाव दृष्टि से सम्बंधित हैं।

हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि कम से कम एक आँख से सम्बंधित दुष्प्रभाव की घटना रिपोर्ट की गई है –- जिसमें अमेरिका में एक स्वास्थ्यकर्मी ने कोविड-19 इंजेक्शन लेने के बाद आंखों में सूजन का अनुभव किया। स्थानीय सुरक्षा संगठन इसकी जांच Pfizer और BioNTech द्वारा बनाई गई कोरोनावायरस वैक्सीन की अन्य दुर्लभ एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाओं के साथ-साथ कर रहे हैं।

World Health Organization (WHO) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार Pfizer/BioNTech वैक्सीन द्वारा होने वाले दुष्प्रभाव “अधिकतर हल्के से मध्यम तक” होते हैं।

जब प्रतिभागियों में दुष्प्रभाव उत्पन्न होते हैं, तो आमतौर पर होने वाली प्रतिक्रियाएं हैं:

  • सुई की जगह पर दर्द, सूजन और लाली जैसे लक्षण।

  • थकान, मांसपेशी दर्द, जाड़ा, जोड़ों में दर्द और बुखार जैसे शारीरिक लक्षण।

  • सिरदर्द और मतली जैसे अन्य लक्षण।

Moderna कोविड-19 वैक्सीन पर WHO की एक रिपोर्ट में इसी प्रकार के दुष्प्रभाव रिपोर्ट किये गए।

नेत्र देखभाल व्यवसायियों की कोविड-19 के प्रति प्रतिक्रिया

संभावित दुष्प्रभाव नेत्र देखभाल व्यवसायियों को कोविड-19 के वैक्सीन लेने से रोक नहीं रहे हैं, और कुछ मामलों में तो वे इसे खुद ही लगा रहे हैं। 

दुनिया के कई हिस्सों में, आँखों के डॉक्टर और उनके कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के लिए उच्च-प्राथमिकता वाले समूह के रूप में देखा जा रहा है।

युनाइटेड किंगडम में कॉलेज ऑफ़ ऑप्टोमेट्रिस्ट्स द्वारा प्रकाशित दिशा-निर्देशों में, वह संगठन उल्लेख करता है, “दृष्टि संबंधी कर्मचारियों को फ्रंटलाइन स्वास्थ्य तथा सामाजिक देखभाल कर्मियों के रूप में माना जाएगा, और उन्हें इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम में दूसरे प्राथमिकता समूह के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।”

जहां उपलब्ध हों, ये आरंभिक वैक्सीनेशन उनके कार्यक्षेत्र के भीतर वायरल संचरण को धीमा करते हुए या रोकते हुए दृष्टि सम्बंधी कर्मचारियों और उनके रोगियों की रक्षा करेंगे।

अमेरिका में नेत्र विशेषज्ञ भी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जुटे हैं।

मियामी, युनाइटेड स्टेट्स के बैस्कोम पामर आई इंस्टीट्यूट के नेत्रविज्ञान के प्रोफेसर डॉ. विलियम कल्बेर्टसन ने ऑफ्थाल्मोलोजी टाइम्स को बताया कि उस इंस्टीट्यूट के नेत्र विशेषज्ञों और कर्मचारियों ने 15 दिसम्बर 2020 से वैक्सीनेशन लेने शुरू कर दिए हैं।

“हालांकि, हम फ्रंटलाइन स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता नहीं हैं, हम सब एक हल्की सी रोशनी में रोगियों को आमने-सामने देखते हैं, इसलिए हम सब को वैक्सीन न लगवाने तक बहुत अधिक जोखिम है,” कल्बेर्टसन ने कहा। 

इसके अलावा, कम से कम एक नेत्र विशेषज्ञ – डॉ. जोर्गे अरोयो, बेथ इजराइल डीकोनेस मेडिकल सेंटर, बोस्टन, युनाइटेड स्टेट्स – ने कोविड-19 के लिए Moderna वैक्सीन के परीक्षण में भाग लिया। और वो एक चीनी नेत्र विशेषज्ञ थे, जिन्होंने दिसम्बर 2019 में, इस बीमारी के बारे में दुनिया को चेताया था, जिसे बाद में कोविड-19 के नाम से जाना गया; अंततः इस रोग से उनकी मृत्यु हो गई थी।

कोविड-19 से ग्रसित बच्चों में आँख की समस्याएँ

हालांकि, कोविड-19 वैक्सीन का सम्बंध आँख की गंभीर समस्याओं से नहीं है, फिर भी अनुसंधानकर्ताओं ने इस रोग से ग्रसित कई बच्चों में आँखों की समस्याओं का पता लगाया। एक अध्ययन के अनुसार एक चीनी अस्पताल के अंदर जनवरी, फरवरी और मार्च 2020 में कोविड-19 का उपचार करा चुके बच्चों में से एक चौथाई बच्चों में आँखों की हल्की समस्याएँ उत्पन्न हुईं। इन समस्याओं में शामिल थीं आँख से पानी आना, जो नेत्र-शोथ (गुलाबी आँख) से सम्बद्ध है, आँखों को रगड़ना, आँखों में दर्द और आँखों की पलक में सूजन।

लेकिन वह अध्ययन सीमित था। अनुसंधानकर्ताओं ने सिर्फ 216 बाल रोगियों की स्थितियों की ही समीक्षा की थी।

अन्य वैक्सीनों से सम्बंधित आँख की समस्याएँ

हालाकि, कोविड-19 के वैक्सीनों से अभी तक दृष्टि सम्बंधी चिंताजनक दुष्प्रभाव नहीं हुए हैं, कई अन्य स्थितियों के लिए वैक्सीनों का सम्बंध आँख और दृष्टि सम्बंधी समस्याओं से पाया गया है। इन समस्याओं का सारांश यहाँ प्रस्तुत है:

मौसमी फ्लू वैक्सीन

बहुत ही कम मामलों में, फ्लू की वैक्सीन लेने वाले रोगियों ने हल्के लक्षणों का अनुभव किया, जैसे कि आँखों की लाली, आँखों में दर्द और धुंधली नज़र।

फ्लू वैक्सीन के सामान्य दुष्प्रभावों में शामिल हैं, सिरदर्द, बुखार, मतली और मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ सुई लगने की जगह पर दर्द, लाली या सूजन।  

चेचक-मम्प्स-रुबेल्ला (एमएमआर) वैक्सीन

2008 में प्रकाशित एक अध्ययन में निष्कर्ष निकाला गया था कि नेत्र सम्बंधी तंत्रिकाशोथ एक दुर्लभ समस्या है, जो चेचक-रुबेल्ला (एमआर) वैक्सीन से होती है। नेत्र सम्बंधी तंत्रिकाशोथ एक ऐसा प्रदाह होता है, जो आँख के पीछे से मस्तिष्क तक संकेत भेजने वाली नेत्र की नस को प्रभावित करता है। 

एमएमआर वैक्सीन के सामान्य दुष्प्रभावों में शामिल हैं बुखार, हल्के चकत्ते, गालों या गर्दन की ग्रंथियों में सूजन, और अस्थाई जोड़ दर्द (अधिकांश रूप से किशोरों और महिलाओं में)। दुर्लभ दुष्प्रभावों में शामिल हैं कम समय के दौरे और प्लेटलेटों की संख्या घटना। बहुत ही दुर्लभ मामलों में, एमएमआर वैक्सीन से बहरापन, लम्बे समय के दौरे, कोमा या मस्तिष्क क्षति हो सकती है। 

छोटी माता और दाद की वैक्सीन

एक अध्ययन में दोनों ही स्थितियों के लिए ज़ोस्टर वायरस वैक्सीन लेने के बाद बच्चों (छोटी माता) और वयस्कों में (दाद) कॉर्निया संबधी प्रदाह के दुर्लभ प्रसंग पाए गए। 

छोटी माता वैक्सीन के सामान्य दुष्प्रभावों में शामिल हैं भुजा में दर्द और सुई लगने की जगह पर हल्के चकत्ते, अस्थाई जोड़ दर्द और अकड़न, तथा बुखार। दाद के वैक्सीन के लिए सामान्य दुष्प्रभावों में शामिल हैंभुजा में दर्द, सुई लगने की जगह पर लाली और सूजन, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, कंपकपी, बुखार, पेट दर्द और मतली।

खसरा से आँख सम्बंधी समस्याएँ हो सकती हैं

American Academy of Ophthalmology (AAO) के अनुसार, दुनियाभर में खसरा से हर वर्ष लगभग 60,000 से अधिक अंधेपन के मामले होते हैं। खसरा से संबद्ध अन्य संभावित दृष्टि समस्याओं में शामिल हैं:

  • गुलाबी आँख (नेत्र-शोथ) से जनित लाल और जलीय आँखें

  • केराटाइटिस, जोकि कॉर्निया का एक संक्रमण है

  • कॉर्निया पर क्षतिचिह्न होना

  • रेटीनोपैथी,जो रेटीना को क्षतिग्रस्त करती है और इससे अस्थाई या स्थाई अंधापन हो सकता है

  • नेत्र तंत्रिकाशोथ (ऑप्टिक न्यूराइटिस)

  • बाल्यावस्था का अंधापन

इस रोग को रोकने, और, खसरा-सम्बंधी दृष्टि समस्याओं को रोकने का सबसे अच्छा विकल्प है खसरा वैक्सीन। 

दाद वैक्सीन दृष्टि समस्याओं को रोक सकती है

एएओ सिफारिश करता है कि हर्पीस ज़ोस्टर ओप्थाल्मिकस नामक “अत्यंत दर्दनाक और कुरूपकारी समस्या”, जिससे अंधापन हो सकता है, को रोकने के लिए 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले लोग दाद की वैक्सीन लें।

यदि दाद वायरस आँखों की नसों को संक्रमित करता है, तो एएओ कहता है कि इससे निम्नलिखित हो सकते हैं:

ख़ास बात

हालांकि, विभिन्न वैक्सीनों से दृष्टि से सम्बंधित ज़्यादा-से ज़्यादा हल्के दुष्प्रभाव हो सकते हैं, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि कोविड-19 वैक्सीनों से आँख सम्बंधी दुष्प्रभाव होते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि संभावित दुष्प्रभावों की तुलना में कोविड-19 के प्रति वैक्सीन लगवाने के लाभ काफी अधिक हैं।

आगे पढ़ें: डेल्टा वेरिएंट और आपकी आंखें: हम क्या जानते हैं?

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